tag:blogger.com,1999:blog-1202691356099545178.post4318641643996213609..comments2023-09-10T06:30:28.232-07:00Comments on मेरे अह्सास...: अब तुम मेरे राजदार नहीं रहे...Archanahttp://www.blogger.com/profile/09152134569388196029noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1202691356099545178.post-36457215524597576762010-12-18T03:18:47.034-08:002010-12-18T03:18:47.034-08:00प्रशंसनीय अभिव्यक्ति ।प्रशंसनीय अभिव्यक्ति ।संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1202691356099545178.post-26463401124239816162010-12-17T07:17:02.274-08:002010-12-17T07:17:02.274-08:00पोस्ट की बात करू तो बेहतर। पर जज्बात की करू तो मैं...पोस्ट की बात करू तो बेहतर। पर जज्बात की करू तो मैं भी कौशलेन्द्र जी से सहमत हुॅ।Amit Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01787361968548267283noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1202691356099545178.post-22521825965736880792010-12-17T06:53:51.038-08:002010-12-17T06:53:51.038-08:00विश्वास के संकट की प्रशंसनीय अभिव्यक्ति ।विश्वास के संकट की प्रशंसनीय अभिव्यक्ति ।अरुणेश मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/14110290381536011014noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1202691356099545178.post-54589683434395199112010-12-17T02:19:25.390-08:002010-12-17T02:19:25.390-08:00आपका विद्रोह जायज है पर यादो से कैसे बचोगे।
भावमयी...आपका विद्रोह जायज है पर यादो से कैसे बचोगे।<br />भावमयी सुन्दर अभिव्यक्तिDeepak Sainihttps://www.blogger.com/profile/04297742055557765083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1202691356099545178.post-17862775961975736552010-12-17T01:12:26.133-08:002010-12-17T01:12:26.133-08:00इतना सहज नहीं है .......यह सब कर पाना ......कुछ भी...इतना सहज नहीं है .......यह सब कर पाना ......कुछ भी मिट नहीं पाता ......विद्रोह करना एक अलग बात है .....पर स्मृतियों को मिटा पाना ....संभव ही नहीं. तब क्या किया जाय ? यही तो यक्ष प्रश्न है .....सारी उठापटक ....सारा आक्रोश इसी प्रश्न के आसपास है .....क्यों न सड़े फूलों पर मातम के बजाय उन्हें किसी लता की खाद बना दिया जाय .....कम से कम ज़ो तरोई या लौकी लगेगी उस पर तो पूरा अधिकार होगा अपना !बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.com